कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर स्थित पखांजूर के परलकोट जलाश्य में फोन निकालने के लिए चलाए गए आपरेशन के मामले में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्व...
कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर स्थित पखांजूर के परलकोट जलाश्य में फोन निकालने के लिए चलाए गए आपरेशन के मामले में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को जिला प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि फूड इंस्पेक्टर ने अपने मोबाइल फोन को निकालने के लिए पखांजूर के परलकोट जलाश्य का पूरा पानी बाहर निकलवा दिया था। फूड इंस्पेक्टर को मोबाइल को निकालने जलाशय से 21 लाख लीटर पानी व्यर्थ बहाने के लिए कांकेर कलेक्टर ने निलबिंत किया है। वहीं जल संसाधन विभाग के एसडीओ को मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अब तक आप लोगों की जान बचाने के लिए कई आपरेशन देखे होंगे, पर पखांजूर के परलकोट जलाश्य में एक बेशकीमती फोन के लिए चार दिन तक आपरेशन चलते पहली बार देखा। जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है। फोन को पानी से निकालने के लिए सोमवार से आपरेशन शुरू किया गया जो आज दिन गुरूवार को फोन निकालकर ही खत्म किया गया। इस दौरान गोताखोरों की भी मदद ली गई। पर जब गोताखोर असफल रहे तब पानी निकालने के लिए पंप लगाए गऐ और तीन दिनों तक इन पंपों से पानी निकाल महंगे फोन को निकाला गया। दरअसल, परलकोट जलाशय के स्कैलवाय का पानी पहली बार खाली किया गया। जानकारी के अनुसार रविवार को पखांजूर निवासी और वतर्मान में पखांजूर में ही खाद्य निरीक्षक (फूड इंस्पेक्टर) पद में पदस्थ राजेश विश्वास अपने दोस्तों के साथ परलकोट जलाश्य में पार्टी मनाने गए थे। इसी दौरान सेल्फी लेते वक्त परलकोट जलाश्य के स्कैलवाय के पास उनका सवा लाख के आसपास का मंहगा मोबाइल फोन सैमसंग एस24 अल्ट्रा पानी में गिर गया। जिसके बाद वे परेशान हो गए और सोमवार की सुबह ही परलकोट जलाश्य पहुंच गए। इस दौरान वे आस-पास के उचित मूल्य के दुकानदारों को भी लगा दिया और गांव में रहने वाले गोताखोरों को बुला पहले पानी में फोन खोजने का अभियान शुरू हुआ। कई घंटो के प्रयास के बाद जब बात नहीं बनी और काफी अधिक पानी होने के कारण आ रही परेशानी को देखते हुए उस स्थान से पानी निकालने का निर्णय लिया गया। जिस स्थान पर फोन गिरा था उस स्थान से परलकोट जलाश्य का अतरिक्त पानी निकालने के लिए स्कैल वाय बनाया गया है और वह हिस्सा उसके नीचे का हिस्सा था जहां गर्मी के दौरान भी उस स्थान पर 10 फिट से अधिक पानी रहता है। साथ ही जलाश्य का पानी नीचे से आता रहता है जिस कारण पानी कम नहीं होता। एसे में पानी निकालने के लिए 30 एचपी के मोटर पंप लगाए गए ताकि तेजी से पानी निकाला जा सके। सोमवार की शाम से पंप चालू किए गए जिसके बाद जलाश्य के स्कैल वाय के नीचे भरा पानी निकालने का काम शुरू हुआ जो आज दिन गुरूवार तक चला। इस दौरान करीब छह फिट पानी कम किया गया इसके बाद गोताखोरों की मदद से मंहगे फोन को खोज निकाला गया। पखांजूर में पदस्थ खाद्य निरीक्षक स्थानीय है पर अपने कारनामों के कारण हमेशा ही विवादों और चर्चा में रहते हैं। स्वयं के राशन कार्ड के चावल में गड़बड़ी के मामले में वे एक बार सस्पेंड भी हो चुके है। अब अपने महंगे फोन के लिए चार दिन का आपरेशन चला फिर चर्चा में आ गए है। जिस दौरान खाद्य निरिक्षक द्वारा यह आपरेशन चलाया जा रहा था उस दौरान भी स्कैल वाय से लगातार चार दिनों तक पानी निकालने को ले विवाद हो गया। शिकायत के बाद जल संसाधन विभाग के एसडीओ मौके में पहुंचे और पीनी निकालने का काम बंद कराया। जिस जलाश्य में खाद्य निरीक्षक यह आपरेशन चला रहे थे वह जलाश्य जल संसाधन विभाग के अंतर्गत आता है। ऐसे में इस आपरेशन के लिए संबंधित विभाग से अनुमति ली गई थी या नहीं, जब इस सबंध में सिंचाई विभाग के एसडीओ आरएल धिवर ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी दी गई थी पर उनके द्वारा कुछ फिट ही पानी कम करने को कहा गया था। खाद्य निरीक्षक ने ज्यादा ही पानी निकाल दिया। इसकी जानकारी लगते ही वे मौके में पहुंचे और पानी निकलवाना बंद करा दिया है। उन्हें जानकारी मिली है कि फोन भी मिल गया है।
No comments