कवर्धा के फणिनागवंशी राजाओं द्वारा नागर शैली में निर्मित हैं मंदिर छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में हैं धर्म और आस्था के प्राचीन चिन्ह रायपुर...
कवर्धा के फणिनागवंशी राजाओं द्वारा नागर शैली में निर्मित हैं मंदिर
छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में हैं धर्म और आस्था के प्राचीन चिन्ह
रायपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सुशासन तिहार के अंतर्गत आज अपने
आकस्मिक निरीक्षण के दूसरे दिन बेमेतरा जिले के ग्राम-सहसपुर पहुंचे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्राम सहसपुर में 13वीं- 14वीं शताब्दी में
निर्मित भगवान शिव व हनुमान के प्राचीन मंदिर के दर्शन किए और
प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उल्लेखनीय है कि ग्राम-सहसपुर में यह प्राचीन मंदिर कवर्धा के
फणिनागवंशी राजाओं द्वारा नागर शैली में निर्मित किया गया था। गांव के
सुरम्य वातावरण में स्थित यह मंदिर इस बात का जीवंत सबूत है की छत्तीसगढ़
की धरती में धर्म और आस्था के बीज बहुत पुराने हैं। ये मंदिर छत्तीसगढ़ की
समृद्ध वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। सोलह स्तम्भों पर टिका शिव मंदिर
और आठ स्तम्भों का हनुमान मंदिर बहुत सुंदर प्रतीत होता है। आज भी इन
मंदिरों का पुराना वैभव यथावत है। ये अपने कालखंड की एक निशानी के तौर पर
मौजूद हैं और हमारी समृद्ध कला संस्कृति का भी परिचय देते हैं। मुख्यमंत्री
श्री साय ने आज अपने आकस्मिक दौरे से छत्तीसगढ़ के गांवों की आस्था के इस
ऐतिहासिक पहलू को छुआ है।
No comments