प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को दिलाई वैश्विक पहचान: स्वस्थ जीवन के लिए योग को बनाएं दिनचर्या का अभिन्न अंग - मुख्यमंत्री श्री...
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को दिलाई वैश्विक पहचान: स्वस्थ जीवन के लिए योग को बनाएं दिनचर्या का अभिन्न अंग - मुख्यमंत्री श्री साय
नालंदा परिसर सहित 108 करोड़ रुपये के कार्यों का मुख्यमंत्री ने किया भूमिपूजन एवं लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि दिन के 24 घंटों में से कुछ समय योग के
लिए अवश्य निकालें। इससे न केवल गंभीर बीमारियां दूर होती हैं, बल्कि
भविष्य में रोग होने की संभावना भी कम होती है। उन्होंने जेनेरिक दवाओं के
उपयोग पर बल देते हुए कहा कि ये दवाएं प्रभावी, सुलभ और किफायती हैं।
मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों की बड़ी संख्या में भागीदारी की सराहना करते
हुए कहा कि योग से बच्चों का मन शांत होता है और पढ़ाई में ध्यान केंद्रित
होता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नालंदा परिसर का भूमिपूजन किया। 11.29 करोड़
रुपये की लागत से 2 एकड़ में बनने वाले इस परिसर में 500 विद्यार्थी एक साथ
अध्ययन कर सकेंगे। परिसर में एक आकर्षक उद्यान भी विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को विशेष लाभ
मिलेगा। आज ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र भी जागरूक होकर प्रतियोगी
परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए राज्य सरकार ने सभी जिला
मुख्यालयों और बड़े शहरों में नालंदा परिसर स्थापित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से ष्एक पेड़ मां के नामष् अभियान के तहत वृक्षारोपण का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु शुरू हो चुकी है, जो पौधरोपण के लिए उपयुक्त समय है। कार्यक्रम में योग आयोग के प्रशिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि योग सभी के लिए समान रूप से लाभकारी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष योग दिवस की थीम ष्एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्यष् है, जो मानव और पृथ्वी के परस्पर संबंध को दर्शाती है। इस वर्ष का योग हरित योग पर आधारित है, जिसके तहत अधिक से अधिक पौधरोपण का संदेश दिया जा रहा है।
योग आयोग के अध्यक्ष श्री रूप नारायण सिन्हा ने कहा कि जशपुर की वादियां अत्यंत सुंदर हैं और योग के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करती हैं। यहां की चाय, काजू और नाशपाती जैसी फसलें इसे और विशेष बनाती हैं। उन्होंने कहा कि योग कोई पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली है, जिसे निरंतर अभ्यास से आत्मसात किया जा सकता है। कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। स्वागत भाषण समाज कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती रोक्तिमा यादव ने दिया।
इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री रणविजय सिंह जूदेव, पद्मश्री श्री जागेश्वर राम यादव, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, माटीकला बोर्ड अध्यक्ष श्री शंभूनाथ चक्रवर्ती, सन्निर्माण कर्मकार मंडल अध्यक्ष श्री रामप्रताप
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