सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण हितैषी बल्कि भविष्य की ऊर्जा -रमेश शासन की योजना से बिजली बिल में मिली राहत रायपुर । सौर ऊर्जा न केवल पर्या...
सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण हितैषी बल्कि भविष्य की ऊर्जा -रमेश
शासन की योजना से बिजली बिल में मिली राहत
रायपुर । सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण हितैषी है, बल्कि भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। शासन की प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना उपभोक्ताओं के लिए किफायती और उपयोगी साबित हो रही है। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना से डबल अनुदान दिया जा रहा है। इच्छुक उपभोक्ता कोा 6 प्रतिशत ब्याज दर पर बैंक ऋण हेतु बैंकों को जनसमर्थन पोर्टल द्वारा ऑनलाईन करना होता है। आवेदन के बाद सत्यापन पश्चात बैंक ऋण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
धमतरी जिले में इस योजना के प्रति आमजन में तेजी से रूचि बढ़ रही है और लोग अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बचत के साथ-साथ ऊर्जा-दाता भी बन रहे हैं। जोधपुर वार्ड निवासी श्री रमेश कुमार लहरे ने बताया कि उन्होंने अप्रैल 2025 में अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित किया है। इस पर करीब 2 लाख रूपए की लागत आयी, जिसमें शासन से उन्हें एक लाख 8 हजार रूपए का अनुदान मिला था। उन्होंने बताया कि पहले हर माह उनका बिजली बिल 5000 से 6000 रूपए आता था। गर्मी के दिनों में यह खर्च और अधिक हो जाता था, लेकिन सौर पैनल लगाने के बाद अप्रैल 2025 से अब तक उनका बिजली बिल 600-700 हीं आया है जो नहीं के बराबर है। इतना ही नहीं, अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होने पर वह ग्रिड में भी जमा हो रही है, जिसका उपयोग जरूरत पडऩे पर भविष्य में किया जा सकता है। श्री लहरे ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना बेहद उपयोगी है। उन्होंने बताया कि अब छत्तीसगढ़ सरकार ने भी प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत सोलर पैनल लगाने पर अनुदान दे रही है, जिससे उपभोक्ताओं को अब दोहरा लाभ मिलेगा। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे इस योजना का लाभ लेने आगे आएं। श्री लहरे ने इस महत्वपूर्ण योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत अपने घर की छत पर ही ऊर्जा का उत्पादन करने की यह पहल बिजली के बिल से मुक्ति दिलाने तथा ऊर्जा संरक्षण की दिशा में कारगर साबित हो रही है। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत स्थापित प्लांट नेट मीटरिंग द्वारा विद्युत ग्रिड से संयोजित होगा, जिससे उपभोक्ता द्वारा अपनी खपत से अधिक उत्पादित बिजली ग्रिड में सप्लाई हो जाती है। इससे न केवल उपभोक्ता के घर का बिजली बिल शून्य हो जाता है, बल्कि ग्रिड में दी गई बिजली के एवज में अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है। शासन द्वारा प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत एक किलोवाट के संयंत्र, जिसकी लागत लगभग 65 हजार रुपये होती है, जिस पर केंद्र सरकार 30 हजार और राज्य सरकार 15 हजार रुपये की सब्सिडी देती है। इसी प्रकार 2 किलोवाट क्षमता वाले संयंत्र पर 60 हजार रुपये की सहायता एवं 3 किलोवाट या उससे अधिक क्षमता वाले प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर केंद्र से 78 हजार और राज्य से 30 हजार रुपये की अनुदान राशि मिलती है।
प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को वेबसाईट https://pmsuryaghar.gov.in/ या पीएम सूर्यघर मोबाईल एप पर पंजीयन कर लॉग इन आईडी प्राप्त करना होगा। इसके बाद वेब पोर्टल पर उपलब्ध वेंडर का चुनाव कर बिजली कर्मचारी की मदद से वेब पोर्टल पर पूर्ण आवेदन करना होगा। निर्धारित अनुबंध हस्ताक्षरित होने के पश्चात वेंडर द्वारा छत पर प्लांट की स्थापना एवं डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर स्थापित किया जाता है। स्थापित प्लांट के सत्यापन पश्चात शासन द्वारा सब्सिडी ऑनलाईन जारी कर दी जाती है।
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