रायपुर। शहर की चार में से एक दक्षिण विधानसभा सीट सबसे ज्यादा हाट सीट बन गई है। दोनों ही राजनीतिक दलों के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का विषय बन ग...
रायपुर। शहर की चार में से एक दक्षिण विधानसभा सीट सबसे ज्यादा हाट सीट बन गई है। दोनों ही राजनीतिक दलों के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का विषय बन गई है। लोगों में गुरु और शिष्य के बीच की लड़ाई चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा पर सीट बचाने तथा कांग्रेस पर दक्षिण के अभेद्य किले को जीतने की चुनौती है। भाजपा से लगातार सात बार के विधायक बृजमोहन अग्रवाल चुनावी मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस से महंत रामसुंदर दास हैं। दोनों ही प्रमुख पार्टियों के उच्च पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि मतदान के मार्जिन से कोई लेना देना नहीं है। किसी भी हालत में केवल जीत चाहिए। यहां के लोगों का कहना है कि 12 प्रत्याशियों के नाम वापसी के चलते चुनावी समीकरण काफी दिलचस्प हो गया है। इससे पहले के चुनावों में दक्षिण से सर्वाधिक प्रत्याशी मैदान में होते थे।
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