जगदलपुर। सुरक्षा बलों को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। ओडिशा के कंधमाल में जवानों ने मुठभेड़ में एक करोड़ से ज्यादा का इनामी सेंट्रल कमेटी...
जगदलपुर। सुरक्षा बलों को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। ओडिशा के कंधमाल में जवानों ने मुठभेड़ में एक करोड़ से ज्यादा का इनामी सेंट्रल कमेटी मेंबर (CCM) गणेश उईके समेत 6 नक्सलियों को मार गिराया है। सभी नक्सलियों के शव समेत हथियार बरामद कर लिए गए हैं। मृत नक्सलियों में कुछ छत्तीसगढ़ के नक्सली भी बताए जा रहे हैं। फिलहाल ऑपरेशन जारी है। तेलंगाना के नलगोंडा जिले के रहने वाले माओवादी लीडर गणेश उईके की तलाश 7 राज्यों की पुलिस कर रही थी। वह साउथ सब जोनल का इंचार्ज था। सीसी मेंबर गणेश उईके नक्सली संगठन का एक बेहद पुराना और वैचारिक रूप से प्रशिक्षित कैडर रहा है। वह करीब 40 वर्षों से नक्सल संगठन से जुड़ा हुआ था और संगठन की कई अहम इकाइयों में सक्रिय भूमिका निभा चुका है। RSU (रेडिकल स्टूडेंट्स यूनियन) जो माओवादी संगठन की छात्र इकाई मानी जाती है, उसके प्रसार की जिम्मेदारी के साथ गणेश उईके 80 के शुरुआती दौर में जगदलपुर पहुँचं था। उस समय उसका मकसद कॉलेज और छात्रावासों के जरिए युवाओं के बीच माओवादी विचारधारा को फैलाना था।
RSU के जरिए युवाओं को नक्सली संगठन से जोड़ने का करता था काम
गणेश उईके नेहरू छात्रावास और कॉलेज परिसरों में लगातार घूमता रहता था। छात्रों से संपर्क बनाता था और RSU के नेटवर्क को मजबूत करने में जुटा हुआ था। RSU के जरिए छात्र राजनीति में सक्रिय रहने के बाद उसने खुलकर भूमिगत रास्ता अपनाया और फिर जंगल में हथियार उठाकर नक्सली संगठन की सशस्त्र गतिविधियों में शामिल हो गया। युवाओं को प्रभावित करने से लेकर जंगल में बंदूक थामने तक का उसका सफर, नक्सली संगठन की उस रणनीति को दर्शाता है, जिसमें पहले वैचारिक पकड़ बनाई जाती है और फिर सशस्त्र संघर्ष की ओर धकेला जाता है।

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