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*शशिकला की "राजनीति" में हो सकती है री-एंट्री ; मिल रहे है ये संकेत जाने क्या है पूरी बात*

  चेन्नई । अन्नाद्रमुक पार्टी से निष्कासित नेता वीके शशिकला के राजनीति में फिर से एंट्री को लेकर तमिलनाडु में चर्चा जोरों-शोरों है। शशिकला औ...

 


चेन्नई। अन्नाद्रमुक पार्टी से निष्कासित नेता वीके शशिकला के राजनीति में फिर से एंट्री को लेकर तमिलनाडु में चर्चा जोरों-शोरों है। शशिकला और उनके कुछ समर्थकों के बीच फोन पर हुई बातचीत से उनकी राजनीतिक योजनाओं के बारे में मिश्रित संकेत मिल रहे हैं। यह संकेत ऐसे समय में मिल रहे हैं जब वह कुछ महीनों पहले ही जेल से रिहा हुई हैं और हाल में संपन्न हुए तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक को हार का मुंह देखना पड़ा।


मई के अंत में सोशल मीडिया पर इसी तरह की एक चैट काफी शेयर हुई, जिसको लेकर शशिकाल की टीम ने कंफर्म किया है कि यह उनकी (शशिकला) ही आवाज है। इसमें वह एक समर्थक से कह रही हैं कि "चिंता मत करो. साहस बनाए रखो. मैं महामारी खत्म होने के बाद आऊंगी। " पार्टी वर्कर इसके जवाब में कहता है, "हम आपके साथ हैं, अम्मा."


अन्नाद्रमुक  में नंबर दो की हैसियत रखने वाले तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री "के पलानीस्वामी" ने इसे खारिज करते हुए कहा कि शशिकला की बातचीत "एएमएमके" वर्कर के साथ है और अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता के साथ इसका कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, एक अन्य बातचीत में शशिकला को एक कथित अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता के साथ बात करते हुए सुना गया, जिसमें उन्होंने पलानीस्वामी पर निशाना साधा। शशिकला के एक करीबी सूत्र ने बताया कि, "चिनम्मा उन समर्थकों से बातचीत कर रही हैं जिन्होंने उन्हें लिखा था कि लॉकडाउन की वजह से कोई कूरियर सर्विस नहीं होने की वजह से वह उन्हें वापस जवाब नहीं भेज सकी थीं। वह उनमें अपनी बातों से जोश भर रही हैं." । यह पूछे जाने पर कि क्या यह ट्रायल बैलून है, उन्होंने कहा, "फिलहाल, हम केवल इतना ही कह सकते हैं, वह समर्थकों तक पहुंचना जारी रखेंगी."


गौरतलब है कि, आय से अधिक संपत्ति के मामले में चार साल की सजा काटने के बाद जनवरी में जेल से रिहा हुई शशिकला छह साल तक चुनाव नहीं लड़ सकती हैं। तत्कालीन सत्तारूढ़ दल अन्नाद्रमुक के नेताओं को लुभाने के शशिकला के प्रयासों के विफल होने के बाद उन्होंने चुनाव से ठीक पहले राजनीति से दूर होने का फैसला किया था।

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